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किशनगढ़ रियासत (history)

 किशनगढ़ (अजमेर - राजस्थान) जोधपुर के मोटा राजा उदयसिंह राठौड़ के पुत्र राजा किशनसिंह राठौड़ ने 1611 ई. में किशनगढ़ रियासत की स्थापना की थी। औरं...

Monday, August 31, 2020

किशनगढ़ रियासत (history)

 किशनगढ़ (अजमेर - राजस्थान)


जोधपुर के मोटा राजा उदयसिंह राठौड़ के पुत्र राजा किशनसिंह राठौड़ ने 1611 ई. में किशनगढ़ रियासत की स्थापना की थी।


औरंगजेब के विरूद्ध जाकर मेवाड़ महाराणा राजसिंह जी ने राजकुमारी चारुमती से विवाह किया था। ये राजकुमारी इसी रियासत की थीं।


किशनगढ़ रियासत अपनी चित्रशैली के लिए विख्यात रही है। प्रसिद्ध बणी-ठणी का संबंध भी इसी रियासत से रहा, जिसे "भारत की मोनालिसा" भी कहा जाता है। महाराजा सावंत सिंह जी ने चित्रकला को विशेष प्रोत्साहन दिया था।


महाराजा सावंत सिंह जी ने कुछ वर्ष राज करके राजपाट अपने पुत्र को सौंपकर शेष जीवन वृंदावन में बिताया था।

Source fb page- rajputana itihas and Virasat

Tuesday, August 25, 2020

Gagron fort tourist place in Jhalawar, rajasthan

 (Gagron Fort )गागरोन फोर्ट, झालावाड़, राजस्थान 

👉राजस्थान के झालावाड़ जिले में स्थित, गागरोन किला राजपूत वास्तुकला की एक उत्कृष्ट कृति के रूप राजस्थान के प्रसिद्ध किलो में एक है।यह जल दूर्गों में सर्वश्रेष्ठ दुर्ग। माना गया है। पहाड़ी की चोटी पर बना किला नीचे के परिदृश्य का एक शानदार 360 डिग्री दृश्य प्रस्तुत करता है। किले के गेट के बाहर एक संग्रहालय के अलावा, सूफी संत मिटे शाह का एक मकबरा भी है। जहाँ हर साल मुहर्रम के दौरान उनके सम्मान के लिए एक मेला आयोजित किया जाता है। और आपको बता दे जून 2013 में गागरोन किले को यूनेस्को की विश्व विरासत स्थल सूची में भी शामिल कर लिया गया है। गागरोन दुर्ग झालावाड़ के प्रमुख पर्यटक स्थलों में से एक है, जो प्रत्येक बर्ष कई हजारो पर्यटकों की मेजबानी करता है। गागरोन किला पर्यटकों और इतिहास प्रेमियों के घूमने के लिए झालावाड़ की सबसे लोकप्रिय जगहों में से एक है।


➡️➡️ विशेष:-अब आप हमारे YouTube channel पर राजस्थानी पर्यटन, ऐतिहासिक धरोहरों एवं कल्चर से संबंधित 

👉गागरोन के किले का इतिहास – 

गागरोन के किला का इतिहास लगभग 7 वी शताब्दी की आसपास का माना जाता है जिसका निर्माण 1195 में परमार साम्राज्य के राजा बीजलदेव द्वारा किया गया था। जिस पर 36 राजाओ ने राज किया था। और  कहा जाता है की प्राचीन में गागरोन के किला को गल्कानगिरि’ के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि शक्तिशाली ऋषि गर्ग ने इस किले में अपार श्रद्धा और ध्यान प्राप्त किया था।


👉झालावाड़ के गागरोन किला खुलने और बंद होने का समय – 

गागरोन का किला पर्यटकों के घूमने के लिए प्रतिदिन सुबह 9.00 बजे से शाम 5.00 बजे तक खुला रहता है।  और आपको बता दे गागरोन किले की पूर्ण और विस्तृत यात्रा के लिए 3-4 घंटे का समय अवश्य निकाले।


👉गागरोन किला झालावाड़ घूमने का सबसे अच्छा समय –

अगर आप राजस्थान के झालावाड़ में गागरोन किला घूमने जाने के बारे में विचार बना रहें हैं तो हम आपको बता दें कि झालावाड़ जाने के लिए सर्दियों के महीनों के दौरान यानी अक्टूबर-फरवरी का समय सबसे अच्छा समय होता है। क्योंकि इस दौरान मौसम दिन में काफी अच्छा रहता है और रात सर्द होती हैं। झालावाड़ शुष्क जलवायु के साथ एक बहुत गर्म क्षेत्र में स्थित होने की वजह से गर्मियों के मौसम में यहां की यात्रा करना उचित नहीं है।